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द गर्ल इन रूम 105–७३

छोड़ने के लिए किसी को बुलाओ।'

'एक घंटा और, ' मैंने अपने फ़ोन पर गूगल मैप्स चेक करते हुए कहा, 'और तुम हिमाद्रि पहुंच जाओगी।' सुकेतु, अलवर के संघ स्वयंसेवकों में से एक, हमें अपनी होंडा सिटी में दिल्ली ले जा रहा था। एक और किशोर स्वयंसेवक राजपाल, सुकेतु के साथ बैठा था। ज़ारा और में पीछे बैठे थे।

"ऐसा कौन-सा जॉब इंटरव्यू एकदम से आ गया?" जारा ने कहा, जो इस तमाम जल्दबाज़ी से थोड़ी सकते में थी।

"तुम ओएलएक्स जानती हो, सैकंड हैंड चीज़ों की वेबसाइट?' मैंने मनगड़ंत बात कह दी। वास्तव में मुझे

कुछ किलोमीटर पहले ओएलएक्स का एक एड बैनर दिखाई दिया था।

"क्या जॉब है?" "कोर्डिंग, और क्या?"

'ओह, और वो लोग संडे को ही तुम्हारा इंटरव्यू लेना चाहते हैं?"

"हां, कल सुबह उनके सीईओ दिल्ली आ रहे हैं।' "भैया, मैंने भी ओएलएक्स से एक सैकंड हैड मोबाइल फोन लिया है। बहुत बढ़िया चल रहा है,' राजपाल

ने कहा।

ओके, तो ये कमबख़्त आगे बैठकर हमारी पूरी बातचीत सुन रहे हैं।

"कौन-सा ब्रांड?' सुकेत ने कहा।

रेडमी' राजपाल ने कहा केशव भैया, अगर आपको ओएलएक्स में काम मिल जाए, तो हमें सबसे बढ़िया डील्स के बारे में सबसे पहले बता दिया करना। '

"हां, बिलकुल मैंने कहा।

'संडे? सीईओ तुमसे संडे को मिल रहे हैं और वो भी एक कोडर जॉब के लिए?' जारा ने कहा।

"पता नहीं, जारा। तुम इतने सवाल क्यों पूछ रही हो?" "बस थोड़ा-सा अजीब लग रहा था। ये मेरा वीकेंड था और तुम्हें मुझे अपनी गर्लफ्रेंड की तरह, अपने पैरेंट्स

से मिलवाना था।'

'तुम उनसे मिलीं ना?'

"लेकिन तुम्हें उनसे हमारे बारे में बात करनी थी।' "क्या हम इस बारे में बाद में बात कर सकते हैं?" मैंने आगे बैठे दोनों लोगों की तरफ इशारा करते हुए कहा,

लेकिन जारा ने इसकी अनदेखी कर दी। "क्या उन्हें मैं पसंद नहीं आई?"

'आर यू मैड? तुमने सुना नहीं मां क्या कह रही थीं? कि तुम कितनी सुंदर हो।"

"इसका ये मतलब तो नहीं कि उन्होंने मुझे पसंद भी किया हो। ' "उन्होंने तुम्हें पसंद किया, बिलकुल पसंद किया। तुम डिनर के लिए किसी ढाबे पर रुकना चाहोगी? सुकेतु

भैया, हम जल्दी से कुछ खाकर आगे बढ़ जाएंगे।'

'तुम बहुत अजीब बर्ताव कर रहे हो, जारा ने कहा। हम एक ढाबे पर एक चारपाई की ओर बढ़ रहे थे। हम रंगीन ढाबे पर रुके थे। दिल्ली की रेलमपेल में घुसने से पहले यह आखरी ओपन एयर ढाबों में से एक था। सुकेतु और राजपाल टॉयलेट गए थे, जिससे हमें एक मिनट की प्राइवेसी मिल गई थी।

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“जारा, मैं सोच रहा था कि क्यों ना हम लोग पहले तुम्हारे पैरेंट्स से मिल लें?' लेकिन हमने तो पहले तुम्हारे पैरेंट्स से मिलना डिसाइड किया था।' "हां, लेकिन हम उनसे भी तो शुरू कर सकते हैं, ' मैंने मेनू पलटते हुए कहा । 'तुम गोभी परांठा खाना

चाहोगी?"

ऐसा लग रहा है तुम अपने पैरेंट्स के यहां से जान बचाकर आ रहे हो,' जारा ने धीमी आवाज़ में कहा।

"ऐसा कुछ नहीं है, ओके। आई एम नॉट चिकनिंग आउट में किसी से डर कर नहीं भाग रहा, मैंने तेज़ आवाज़ में कहा।

"हा, भैया, यहां चिकन खाना सेफ नहीं है, ' राजपाल ने कहा। वह वॉशरूम से लौट आया था।

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